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Saturday, October 2, 2010

तौहीने अदालत

तौहीने अदालत

2 comments:

  1. अदालत की तौहीन इसलिये की कोई पेट पर लात मार दे तो आह तो निकलेगी . चलती सियासत की दुकान बन्द होने वाली है तो आदमी ठगा सा तो महसूस करेगा ही

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  2. wo to koi ni yaha univerity ke peper ke dates sudden change ho jate hai............
    isse kya kahenge fir????

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