अदालत की तौहीन इसलिये की कोई पेट पर लात मार दे तो आह तो निकलेगी . चलती सियासत की दुकान बन्द होने वाली है तो आदमी ठगा सा तो महसूस करेगा ही
wo to koi ni yaha univerity ke peper ke dates sudden change ho jate hai............isse kya kahenge fir????
अदालत की तौहीन इसलिये की कोई पेट पर लात मार दे तो आह तो निकलेगी . चलती सियासत की दुकान बन्द होने वाली है तो आदमी ठगा सा तो महसूस करेगा ही
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